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अरावली पर्वतमाला | |
पर्वतमाला |
राजस्थान अरावली कि चोटियां - १.गुरू शिखर -1722 मी. (सिरोही) २.सेर-1597 मी. (सिरोही) ३.देलवाङा -1442 मी. (सिरोही) ४.जरगा -1431 मी. (उदयपुर) ५. अचलगढ़ -1380 मी. (सिरोही) ६. कुंभलगढ़ -1240 मी. (राजसमंद) ७. रघुनाथगढ़ -1055 मी. (सीकर) ८. ऋषिकेश -1017 मी. (उदयपुर) ९. कमलनाथ -1002 मी. (उदयपुर) १०. सज्जनगढ़ -938 मी. (उदयपुर)
अरावली पर्वत का विस्तार-
अरावली पर्वतमाला | |
पर्वतमाला | |
अरावली पर्वतमाला
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देश | भारत, पाकिस्तान |
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राज्य | राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, पंजाब (पाकिस्तान),सिंध (पाकिस्तान) |
नगर | माउण्ट आबू,सिरोही |
नदियां | बानस, लूनी, Sakhi, साबरमती |
उच्चतम बिंदु | गुरू शिखर |
- ऊँचाई | 1,722 मी. (5,650 फीट) |
- निर्देशांक | 24°35′33″N 74°42′30″E |
अरावली पर्वत श्रंखला की तुलना अमेरिका के अल्पेशियन पर्वतो से की जाती है अरावली भारत के पश्चिमी भाग राजस्थान में स्थित एक पर्वतमाला है। भारत की भौगोलिक संरचना में अरावली प्राचीनतम पर्वत है। यह संसार की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखला है जो राजस्थान को उत्तर से दक्षिण दो भागों में बांटती है। अरावली का सर्वोच्च पर्वत शिखर सिरोही जिले में गुरुशिखर (1722 /1727 मी.) है, जो माउंट आबू में है।[1]अरावली पर्वत श्रंखला की कुल लम्बाई गुजरात से दिल्ली तक ६९२ किलीमीटर है, अरावली पर्वत श्रंखला का लगभग ८० % विस्तार राजस्थान में है, दिल्ली में स्थित राष्ट्रपति भवन रायशेला पहाड़ी पर बना हुआ है जो अरावली का की भाग है, अरावली की औसत ऊंचाई ९३० मीटर है तथा अरावली के दक्षिण की ऊंचाई व चौड़ाई सर्वाधिक है, अरावली या अर्वली उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। राजस्थान राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 550 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ दिल्ली के दक्षिण हिस्से तक चली गई हैं। शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं। यह पर्वतमाला, दो भागों में विभाजित है- सांभर-सिरोही पर्वतमाला- जिसमें माउण्ट आबू के गुरु शिखर (अरावली पर्वतमाला का शिखर, ऊँचाई 1,722 मीटर) सहित अधिकतर ऊँचे पर्वत हैं। सांभर-खेतरी पर्वतमाला- जिसमें तीन विच्छिन्न कटकीय क्षेत्र आते हैं। अरावली पर्वतमाला प्राकृतिक संसाधनों (एवं खनिज़) से परिपूर्ण है और पश्चिमी मरुस्थल के विस्तार को रोकने का कार्य करती है। यह अनेक प्रमुख नदियों- बाना, लूनी, साखी एवं साबरमती का उदगम स्थल है। इस पर्वतमाला में केवल दक्षिणी क्षेत्र में सघन वन हैं, अन्यथा अधिकांश क्षेत्रों में यह विरल, रेतीली एवं पथरीली (गुलाबी रंग के स्फ़टिक) है।
अरावली की अन्य उच्च चोटियां:- १ गुरु शिखर - सिरोही (1722 m) २ सेर - सिरोही (1597m) ३ दिलवाडा - सिरोही( इसे हाल ही में जोड़ा गया है, इसी पर्वत पर प्रसिद्ध जैन मंदिर स्थित हैं). (1442m) ४ जरगा - उदयपुर. (1431m) ५ अचलगढ - सिरोही (1380m) ६ रघुनाथगढ(1055 m) - सीकर ७ खो(920) - अलवर ८ तारागढ - अजमेर (870 m) ९ भेराच - अलवर
> कर्नल जेम्स टोड ने ' गुरुशिखर ' को सन्तो का शिखर कहा हैं। > अरावली पर्वतमाला की उन्चाइ दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व की ओर जाने पर कम होती जाती हैं।
हिए भूगोल सम्धित जानकारी है ,ओर अधिक जानकारी के लिए⇰ https://ssgodara.blogspot.com |
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