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अरब सागर की और जल जलसे जाने वाली नदिया ⇒
लूनी नदी
राजस्थान बांगर प्रदेश के दक्षिणी भाग में केवल एक महत्वपूर्ण जल धारा लूनी नदी है जो अजमेर के आनासागर से निकल कर लगभग 32 किलोमीटर क्री दूरी तक दक्षिण-पदिचम तक बहती है तथा जोधपुर, चाड़मेर और जालौर आदि अर्द्ध-शुष्क क्षेत्रों से गुजरती है । इसकी कुल लम्बाईहुहुदु) किलोमीटर है । लूनी नदी लगभग 34, 866.40 वर्ग किमी. का अपवाह क्षेत्र खाबित करती है । लूनी नदी के खोत पर तालोड़ रीड़ के समीप इसका आवाह क्षेत्र लगभग 32 वर्ग किलोमीटर का है जो लेटेराइंट और मुर्रम से निर्मित है । पुष्कर घाटी से एक छोटी सहायक नदी प्राप्त करने पर इस नदी का बेसिन चौडा हो जाता है ।. अजमेर के समीप अरावली ढालोंसे लुहुँश्चदी निकल कर 1० किलोमीटर बहने के पश्वठत्दक्षिण-पपिचम की तरफ मुड़ती हैं । इस नदी के अन्तर्गत राजस्थान के समस्त अपवाह क्षेत्र का लगभग 1०.4० प्रतिशत भू-भाग आता है…\
: अरावली श्रृंखला केपश्चिमी ढाल से कई छोटी-छोटी जल धाराये जैसै ३लालरी, गुहिया, बांडो, सुकरी, जवाई मीठडी, सरस्वती, जोजंरी और सागाई निकलकर लूनी नदी मे मिल जाती है । लूनी नदी का जल बालोतरा तक मीठा हैं लेकिन इसके पश्चात् इसका जल खारा होता जाता है जब तक यह कच्छ की खाडी मे जाकर नहीं गिर जाती है ।माही नदी
यह मध्य प्रदेश के अममोरू जिले से निकल कर उत्तर की ओर बहने के पश्चात खादूंके निकट राजस्थान के दक्षिणी भागों में स्थित बांसवाडा जिले में प्रवेश करती है । यह नदी नस्वालो तक -बहने के पश्चात् दक्षिण-पदिचम दिशा की ओर लगभग 576 किमी. बहने के बाद खम्भात की खाडी में गिर जाती है । यह नदी दूँगरमुर की दक्षिणी सोमा बनाती हुई फिर बांसवाडा जिले के मध्य में प्रचाहितहोंतीहै ।इसकौमुख्यसहायकनदियाँ-सोम, जाखम, अनास, चाप और मोरन आदि हैं । बांसवाडा में इस नदी पर माही बजाज सागर बांध बनाया गया है ।सोम नदी
सोम इसका उट्यम स्थल उदयपुर जिले में ऋषभदेव के मास चाबलवाड़ा के जंगलों में स्थित बीछामेड़। स्थान है । यह शुरू मै दक्षिण-पूर्व दिशा में बहती है और फिर दूँगरपुर की सीमा के साथ पूर्व में बहते हुए बेपेश्वर स्थान पर माही में मिल जाती है । इसकी रनहत्यक नदियाँ जोखम, गोमती और सारनी हैं ।जोखम
८ यह नदी छोटी सादड्रो के निकट से निकलती है । इसके बाद प्रतापगढ जिले मे बहते हुए उदयपुर जिले के धारियावाद तहसील में प्रवेश करती है । आगे चलकर यह सोम नदी से मिल जाती है ।
पश्चिमी बनास
-अरावली के पश्चिमी दालों रने निकल कर सिरोही जिले में बहती हुईं अन्त में कच्छ की खाडी (लिटिल रन) में गिरती है ।साबरमती⇨
८ इसका उदृगम स्थल उदयपुर जिले के दक्षिणी पश्चिमी भाग में होते हुए भी यह उदयपुर जिले में बहुत कम बहती है । इसका अधिकतर अपवाह क्षेत्र गुजरात राज्य में है । इसलिए यह नदी गुजरात की मुख्य नदी है । इसकी अनेक सहायक नदियॉहैँ जैसेचाकल, हथमति, मे श्वा, ब्रेतस्क और आजम' । यह सभी सहायक नदियाँ उदयपुर और हूँगरपुर से निकलती हैँ लेकिन इनका अपवाह क्षेत्रराजस्थान राज्य मे बहुत ही कम है । यह नदी अन्त मे खम्भात कौ खाडी में विलीन हो जाती है ।
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