current affairs 2018 india
➤वैश्विक पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक मे भारत की स्थान पर है ? 177 वाँ
स्विटूज़रलैण्ड के दावोस में जारी की गई ग्लोबल एन्दायर्नमेटै परफॉर्मेंस इडैक्स (ईंपीआई ) रिपोर्ट मे भारत विश्व के कईं देशो के मुकाबले निचले स्तर पर है । इस सूचकांक में कुल 180 देशो को शामिल किया गया ।
जिसमे भारत अंतिम पाच देशों की सूची मे शामिल है ।
ग्लोबल एन्यायर्नमेंट परफॉर्मेंस इंडेक्स की रिपोर्ट में 10 श्रेणियों के अलगअलग 24 मुद्दों पर रिसर्च करके
तैयार की _गहँ है । इसमें वायु की गुणवत्ता जल एवं स्वच्छता कार्बन उत्सर्जन तीव्रता (जीडीपी के प्रति इकाई
उत्सर्जन), जंगलों की कटाई और अपशिष्ट जल उपचार शामिल हैं ।
भारत इस वर्ष जारी रिपोर्ट मे 177वें स्थान पर है, दो बर्ष पूर्व भारत इस सूची मे 141वें स्थान पर था । पर्यावरण संरक्षण के लिए नियमित प्रयास करने वाले देशों में स्विटजरलैण्ड प्रथम स्थान पर है उसके चादं फ्रांस, माल्टा और स्वीडन क्री बारी आती है । ' .
" इस रिपोर्ट में भारत की उज्जाला योजना का भी जिक्र किया गया है जिसमेँ गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मिलता है ।कौ एलपीजी कनेक्शन मिलता है ।
➤विश्व आर्थिक मंच की समावेशी विकास सूचकांक मे भारत किस स्थान पर है ? 62 वाँ
विश्व आर्थिक मंच द्वारा विकासशील अर्थव्यवस्था के लिए जारी समावेशी सूचकांक की रैंकिंग में भारत दो पायदान फिसलकर 62वें स्थान पर रहा । विश्व" आर्थिक मंच (डठल्यूईंएफ) ने अपनी सालाना शिखर बैठक शुरू होने से पहले यह सूची जारी की ।
पाकिस्तान पांच पायदान चढकर 47बें स्थान पर रहा । इस सूची मे चीन 26वें स्थान पर है । श्रीलंका 46वें स्थान
बांग्लादेश 34वें स्थान और नेपाल 22वें स्थान पर शामिल हैँ । ,
भारत से कहीँ छोटे देश माली, युगांडा, स्वाडा बुरुंडी धाना, यूक्रेन सर्बिया, फिलीर्पोस इंडोनेशिया, ईरान,
मैसेडोनिया मैक्सिको, थाईलैंड और मलेशिया भी अर्थव्यवस्था के नाम पर भारत से अमीर है ।
विकसित अर्थव्यवस्थाओं में नार्वे के बाद आयरलैण्ड, लरजमबर्म स्तिटूजरलैंड और डैनमार्क शीर्ष पाच मेँ शामिल हैँ ।
इस सूचकांक मेँ जर्मनी 12वें कनाडा 17वें फ्रांस 18वें रूस 19वें ब्रिटेन 21वे अमेरिका 23वें, जापान ,24वे
इटली 27वें ब्राजील 37वें और दक्षिण अफ्रीका 69बें स्थान पर रहा स्थान पर है ।
➤19 जनवरी 2018 को आस्ट्रेलिया ग्रूप का 43 वाँ सदस्य बना है ? भारत
भारत द्वारा आस्ट्रेलिया ग्रूप Ag का सदस्य बनना एक महत्वपूर्ण कामयाबी है !
इस समूह की सदस्यता की मिलने पर "ही भारत अंतर्राष्टीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) क्री सदस्यता
➤आस्ट्रेलिया ग्रूप ( एजी ) किया है ?
यह विभिन्न देशों का सहकारी और स्वैच्छिक समूह है जो उन सामग्रियों, उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के प्रसार क्रो रोकने के लिए काम का रहा है जो देशो या आतंकवादी संगठनों की ओर से रासायनिक और जैविक हथियारों के विकास या अधिग्रहण में योगदान दे सकता है । इसकी स्थापना वर्ष 1985 ई .' में उस समय को गई थी । जब एक वर्ष पूर्व इराक द्वारा रासायनिक हथियारों का उपयोग किया गया । आँस्ट्रलिया ग्रुप का उद्देश्य सदस्य देशोंक्नो उन निर्यातों की पहचान करने में मदद करना है जिन्हें नियंत्रित क्लिं जाने की आवश्यकता है ताकि रासायनिक और जैविक हथियारों के प्रसार को रोका जा सके । ' भारत के इस समूह में शामिल होने से पूर्व इसके 42 सदस्य थे जिसमेँ ओईसीडी के सभी सदस्य देश, यूरोपीय संघ के सभी 28 सदस्य देशों सहित यूक्रेन और अर्जेटीना भी शामिल है । संगठन का नाम आंरट्रेलिया ग्रुप इसलिए रखा गया आँरट्रेलिया ने यह समूह बनाने के लिए पहल की थी ।
➤3 दिसम्बर, 2017 को चाबहार बंदरगाह परियोजना के पहले चरण की शुरूआत हुईं है यह किन देशों से संबंधित है ? भारत-ईरान '
भारत ने ईरान मेँ चाबहार पोर्ट के पहले फेज का काम 18 महीने में पूरा कर लिया है । 3 दिसम्बर, 2017 को ईरान के राष्टपति हसन रव्हानी ने इसका उतूधाटन किया । इस मौके पर भारत से केबिनेट मंत्री पो . राधाकृष्णन और अफगानिस्तान, द० कोरिया समेत 27 देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहे ।
पहले फेज के पोर्ट की कुल क्षमता 85 लाख टन है । अभी 3 फेज और हैं । भारत इस पोर्ट में 3 ,250 करोड़ रु ॰ का निवेश कर रहा है ।
इस प्रोजेक्ट क्रो इंडिया ग्लोबल पोर्टस लिमिटेर्ड लीड कर रही है । भारत ने पहले फेज में 554 क्ररोड़ रु. लगाए हैं । भारत 10 साल तक हर साल करीब 150 करोड़ रु. ईरान को देगा । पीएम मोदी ने पिछले साल 23 मई, 2016 क्रो ईरान के साथ करार किया था ।
भारत अब बिना पाक गए ही अफगानिस्तान और उससे आगे रूस यूरोप से जुड्र सकेगा ।
भारत, ईरान व अफ़गानिस्तान के बीच नया रणनीतिक रूट बन गया है ।
भारत, अफगानिस्तान और ईरान के बीच कारोबार में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है ।
यह पाक में चीन द्वारा चलने वाले ग्वादर पोर्ट से करीब 100 किलोमीटर ही दूर है ।
➤2 दिसम्बर 2017 को भारत किस अंतर्राष्टीय संगठन का अगले 2 वर्ष के लिए पुन सदस्य बना है ?
अन्तर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन परिषद (IMO)
भारत को अगले दो साल के लिए अंतर्राष्टीय समुद्रो संगठन परिषद ( आईंएमओ) की बी श्रेणी में फिर से चुना गया है । ब्रिटेन में भारत क्रे उच्चायुक्त वाईके सिंहा ने आईंएमओ की सभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया , जहाँ आईएमओ परिषद के लिए हुए चुनाव में भारत ने दूसरे सबसे अधिक 144 बोट हासिल किए। आस्टेलिया 143 बोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहा । इस समूह में फ्रांस, कनाडा, स्पेन , ब्राजील , स्वीडन, नीदरलैंड्स और संयुक्त अरब अमीरात भी शामिल किए गए । आईएमओ परिषद के बी श्रेणी में विकासशील देश शामिल किए जाते हैं, जिनके हित अंतर्राष्टीय समुद्र से संबंधित कारोबार से जुड़े हैँ 1 चुने गए सदस्य देशों का कार्यकाल दो साल का होगा ।
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